भोपाल. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को एम्स भोपाल के डॉयरेक्टर, मेडिसिन विभाग के प्रमुख और कोविड 19 के स्टेट टेक्निकल एडवाइजर से चर्चा कर कोरोना वायरस की स्थिति एवं मेडिकल व्यवस्थाओं की जानकारी ली। एम्स के डायरेक्टर सरमन सिंह ने मुख्यमंत्री को बताया कि भोपाल के सभी मरीजों की हालत अच्छी है और राजधानी में कम्युनिटी स्प्रेड जैसे हालात नहीं हैं।एम्स के चिकित्सा विभाग के अध्यक्ष रजनीश जोशी तथा स्टेट टेक्निकल एडवाइजर कोविड-19 लोकेंद्र दवे ने मुख्यमंत्री को इलाज की सुविधाओं और संसाधनों के बारे में जानकारी दी।
पांच अस्पतालों को एरिया वाइज पूल कर रहे हैं: एम्स डायरेक्टर
एम्स के डायरेक्टर सरमन सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बताया कि कोरोना के इलाज की दृष्टि से भोपाल के चिरायु अस्पताल, हमीदिया अस्पताल, जेके अस्पताल, एम्स एवं जेपी अस्पतालों का एरिया वाइज पूल बना रहे हैं, जिससे आवश्यकता पड़ने पर एक क्षेत्र के मरीजों को वहीं चिकित्सा सुविधा दी जा सके। ऐसे प्रबंध किए जा रहे हैं, जिससे आवश्यकता होने पर जिस अस्पताल में इलाज हो रहा हो, वहीं मरीज के लिए आईसीयू की व्यवस्था हो सके।
सभी सैंपल का ट्रैक रिकॉर्ड रखा जाए : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने मेडिकल टीम को निर्देश दिए कि कोरोना के जितने भी सैंपल लिए जा रहे हैं उनका ट्रैक रिकॉर्ड रखा जाए। एम्स में भर्ती 2 मरीजों, जिनमें से एक पुलिसकर्मी भी है। सभी मरीजों का विशेष ध्यान रखा जाए, जिससे वे जल्दी से जल्दी स्वस्थ हों। हमारे कोरोना योद्धाओं, जो दिन रात दूसरों की जान बचाने के कार्य में में लगे हैं, उनका हमें पूरा ध्यान रखना है। हर हालत में कोरोना को हराना है।
हल्का बुखार होने पर पैरासिटामोल या सिट्रीजिन या क्लोरोक्वीन ले सकते हैं: मेडिसिन हेड
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्वारैंटाइन में रखे गए व्यक्तियों को अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए जाने के संबंध में प्रयास करने चाहिए। एम्स मेडिसिन विभाग के हेड रजनीश जोशी ने मुख्यमंत्री को बताया कि हल्के बुखार होने पर या शुरुआती लक्षण के दौरान पेरासिटामोल, सिट्रीजिन, विटामिन सी, हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन आदि दवाइयां डॉक्टर की सलाह पर ली जा सकती हैं।